पाठ्यपुस्तक और अभ्यास पुस्तिका का मिलाजुला रूप। यह पाठमाला देश-विदेश के शिक्षकों के सुझावों के अनुरूप पहली बार 2010 में प्रकाशित की गई थी। पिछले कुछ वर्षों में इस पुस्तकमाला को पढ़ानेवाले अध्यापकों से मिली प्रतिक्रियाओं के आधार पर 2016-17 में इसका परिवर्तित और संधोधित संस्करण प्रकाशित किया गया है। मधुबन हिंदी पाठमाला विशेषकर दक्षिण भारत, पश्चिमी भारत और मध्यपूर्व के देशों के विद्यालयों में हिंदी के अधिकतम सरल रूप में पठन-पाठन को ध्यान में रखकर तैयार की गई है।